बीकानेर। खेत की जमीन के खाता विभाजन का रिकॉर्ड सुधारने की एवज में रिश्वत लेते गिरफ्तार तहसीलदार जयदीपसिंह मित्तल के प्रकरण में परिवादी को बयान बदलने के लिये धमकियां मिलने लगी है। परिवादी जसपाल शर्मा ने बताया कि तहसील के कानूनगों और उनका एक सहयोगी कर्मचारी दो दिन पहले मेरे घर पर आये तथा जयदीप मित्तल के प्रकरण में बयान बदलने के दबाव बनाया,मना करने पर देख लेने की धमकी दी।

मामले को लेकर परिवादी जसपाल ने शुक्रवार को एएसपी सिटी पवन कुमार मीणा के समक्ष परिवाद पेश किया। जय नारायण व्यास कॉलोनी पुलिस ने जसपाल शर्मा के परिवाद पर बीकानेर तहसील के कानूनगों रामचंद्र सिद्ध और तहसील कार्मिक रामलाल कूकणा के खिलाफ केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जानकारी में रहे कि तहसीलदार जयदीप मित्तल को पिछले पखवाड़े भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरों की टीम ने परिवादी जसपाल शर्मा की शिकायत पर खेत की जमीन के खाता विभाजन का रिकॉर्ड सुधारने की एवज में दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए दबोचा था।

पकड़े जाने के बाद एसीबी की टीम ने आरोपी जयदीप मित्तल के घर-ठिकानों की तलाशी ली तो उसके नाम से सरकारी प्लॉट से लाखों रुपए नकद, सोने-चांदी के जेवरात व जमीनों के कागजात मिले हैं। जांच पड़ताल में यह भी सामने आया कि आरोपी जयदीप मित्तल ट्रांसपोर्ट कंपनी भी संचालित कर रहा है। रिश्वतखोरी में उसके साथ तहसीलदार ऑफिस के कुछ कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है, जिनकी जांच की जा रही है।